भाजप युवा नेता का नशे में तांडव: खुद को “भावी नगरसेवक” बताकर गरीब उत्तर भारतीय की की पिटाई
शहर की राजनीति में गुंडागर्दी और सत्ता का नंगा नाच एक बार फिर सामने आया है। बीजेपी युवा नेता रोशन पुरस्वनी, जो शराब के नशे में धुत होकर खुद को “भाजप का भावी नगरसेवक” बताता फिर रहा था, सी ब्लॉक परिसर में रहने वाले एक गरीब उत्तर भारतीय युवक विशाल गुप्ता को बर्बरता से पीट दिया।
गुंडई का आलम ये रहा कि पीड़ित परिवार की चीखें सुनने वाला कोई नहीं था। सत्ता के नशे में चूर रोशन पुरस्वनी ने यह दिखाने की पूरी कोशिश की कि गरीबों और मजदूरों की आवाज़ इस शहर में दबा दी जाएगी।
पीड़ित परिवार दहशत में है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि आरोपी नेता का साथ देने के लिए अब खुलकर सामने आ गए हैं उसके चाचा जमुन पुरस्वानी — जो कि उल्हासनगर महानगर पालिका के माजी उपमहापौर और माजी नगरसेवक रह चुके हैं। सत्ता और रसूख का इस्तेमाल कर वे अपने भतीजे को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
पीड़ित परिवार को डराने-धमकाने की कोशिशें जारी हैं, ताकि आवाज़ उठाने से पहले ही उनका हौसला तोड़ दिया जाए। यह साफ दिखाता है कि राजनीतिक ताकत के बल पर गरीब और मेहनतकश उत्तर भारतीय समाज को कुचला जा रहा है।
सवाल ये है कि –
👉 क्या सत्ता के नशे में डूबे नेता अब खुलेआम गरीबों को पीटेंगे और कोई रोकने वाला नहीं होगा?
👉 क्या कानून सिर्फ आम जनता के लिए है और नेताओं के लिए नहीं?
👉 कब तक उल्हासनगर की राजनीति गरीबों के खून-पसीने पर दबंगों की ऐय्याशी का मैदान बनी रहेगी?
अब तक पोलिस प्रशाशन कुंभकर्ण की निद्रा मे
जनता अब साफ कह रही है – यह सिर्फ रोशन पुरस्वानी की गुंडई नहीं, बल्कि जमुन पुरस्वानी जैसे रसूखदार नेताओं की ढाल पर खड़ी राजनीति का असली चेहरा है...!
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