📍 उल्हासनगर, पैनल नं. 1
पैनल नं. 1 में अब राजनीति सिर्फ गरम नहीं, जल रही है। शिवसेना के माजी नगरसेवक दिलीप गायकवाड की जमी-जमाई सत्ता को विक्की भुल्लर की जमीनी सक्रियता ने हिला कर रख दिया है। गली-गली, चौक-चौक में भुल्लर परिवार की चर्चा है और जनता अब बदलाव की खुली मांग कर रही है।
🔹गायकवाड के खिलाफ जनता का गुस्सा अब फूटने को तैयार विकास कार्यों के नाम पर सालों तक “कोरा वादा, जीरो काम”—अब लोगों का सब्र जवाब दे चुका है। एक वरिष्ठ शिवसैनिक तक ने दबी जुबान में कबूल किया, “कार्यकर्ताओं की सुनी नहीं जाती, जनता तो बहुत दूर की बात है।” गायकवाड कैंप में सन्नाटा है, और डर साफ नजर आ रहा है एक शिवसैनिक ने कहा गायकवाड जी बस अपने ही घर के विकास मे लगे हुये है
विक्की भुल्लर – जनता के बीच, जमीन पर, एक्शन में विक्की ने जिस तेज़ी से जनता से सीधा संपर्क बनाकर मुद्दों को उठाया है, उसने उन्हें आम जनता का चहेता बना दिया है। महिलाओं की भागीदारी, युवाओं का जोश और बुज़ुर्गों का आशीर्वाद—सभी विक्की के साथ खुलकर खड़े हैं। लोग बोल रहे हैं:
📣 “अब विकास चाहिए, न कि पहचान पर वोट!”
🔹परमिंदरकौर भुल्लर – मजबूत महिला चेहरा, हर हाल में मैदान में भुल्लर परिवार का कोई न कोई जरूर अगर महिला आरक्षण आता है तो विक्की की जगह परमिंदरकौर भुल्लर दमदारी से चुनाव लड़ेंगी। दोनों ही नाम आज जनता की जुबान पर हैं। और विरोधियों के दिलों में डर।
🔹वादों की राजनीति नहीं, अब चाहिए काम की गारंटी विक्की का स्पष्ट संदेश है:अबकी बार – परफॉर्मेंस पर टिकट!”
🗣️ “हम सत्ता के लिए नहीं, सेवा के लिए मैदान में हैं। जनता ने अगर मौका दिया, तो पहले दिन से काम शुरू होगा—क्योंकि हमने पहले ही बिना कुर्सी के इस पैनल मे काम किया है।”
🔻 इस बार आसान नहीं होगा मुकाबला
शिवसेना को अब तय करना है कि वो जनता की भावना को मानेगी या पुराने समीकरणों में फंसी रहेगी।
⚠️ एक गलत फैसला, और पैनल नं. 1 का इतिहास बदल सकता है।
हालकि शिवसेना से पैनल न १ से दबे मन बहुत से इच्छुक है पर खुल के विक्की भुल्लर ही मैदान मे है !
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